मर्चेंट नेवी क्या है मर्चेंट नेवी किसी देश में रजिस्टर्ड व्यापारिक जहाजों का बेडा होता है जिसके द्वारा उस देश का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार होता है। मर्चेंट नेवी को मर्चेंट मरीन मर्केंटाइल मरीन भी कहा जाता है। व्यापारिक जहाज़ों पर विभिन्न रैंक के नाविकों और कई अन्य कर्मचारियों की आवश्यकता होती है। ये सभी कर्मचारी सामूहिक रूप से मर्चेंट नेवी के अंतर्गत आते हैं। पहले पहल ब्रिटिश मर्चेंट शिपिंग बेड़े को प्रथम विश्व युद्ध के पश्चात किंग जॉर्ज पंचम के द्वारा मर्चेंट नेवी का ख़िताब दिया गया। इसके बाद से ही अन्य देश भी इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अपने…
मैकरोनी और पास्ता आज घर घर में सबसे लोकप्रिय व्यंजनों में से एक बन चुके हैं। छोटे बच्चे तो स्कूल में टिफ़िन में इसी की मांग करते हैं। मैकरोनी और पास्ता को पकाने की कई विधियाँ हैं। सुबह का नाश्ता हो या शाम का लोग अकसर इसी की डिमांड करते हैं। इटली का यह व्यंजन पुरे विश्व का मनपसंद डिश बन चूका है। कार्बोहायड्रेट और प्रोटीन से लबालब यह व्यंजन आज की तारीख में सबका फेवरिट बन चूका है। मैकरोनी क्या है मैकरोनी वास्तव में एक तरह का पास्ता ही होता है जो पतली नली के आकार का होता है। यह एक बेहद लोकप्रिय इटैलियन डिश है जिसे इटली के अलावा पुरे …
पूरी दुनियां नमक की आपूर्ति के लिए या तो नमक के खदानों पर निर्भर है या फिर समुद्र और झीलों पर। दोनों ही स्रोतों से प्राप्त नमक हमारे भोजन को न केवल स्वादिष्ट बनाते हैं बल्कि हमारे शरीर में खनिजों की भी पूर्ति करते हैं। चट्टानी नमक जिसे आम बोलचाल की भाषा में सेंधा नमक भी बोला जाता है समुद्री नमक या साधारण नमक से गुणों में थोड़ा भिन्न होता है। अपने कुछ विशिष्ट गुणों की वजह से यह आयुर्वेदाचार्यों की पसंद तो होता ही है उपवास व्रत आदि में भी यह प्रयुक्त होता है। आज के इस पोस्ट में हम पढ़ेंगे सेंधा नमक क्या है तथा साधारण या समुद्री नमक क्या है औ…
भारत में फसलों को उनकी उपज के समय के हिसाब से दो प्रकार में बांटा गया है। कुछ फसलें बरसात के मौसम में होती हैं तो कुछ फसलें जाड़ों में पैदा होती हैं। फसलों के ये दो प्रकार होते हैं खरीफ और रबी। जहाँ खरीफ फसल मॉनसूनी फसल होती है अर्थात ये फसलें मॉनसून के शुरू होने से लेकर मॉनसून के समाप्त होने तक तैयार होती हैं वहीँ रबी फसलें जाड़े की शुरवात में लगायी जाती हैं और बसंत ऋतू में इनकी फसल तैयार होती है। खरीफ और रबी दोनों फसलें अपनी कुछ विशिष्टाओं की वजह से एक दूसरे से काफी भिन्न होती हैं। खरीफ फसल किसे कहते हैं खरीफ फसल को मॉनसूनी फसल भ…
Difference Between Import and Export पुराने जमाने से ही दुनियां के देश एक दूसरे से व्यापार करते चले आये हैं। एक समय था भारत गरम मसालों के लिए पुरे विश्व में जाना जाता था। दूर दूर देशों के व्यापारी यहाँ खरीदारी करने आया करते थे। इसी तरह ढाका का मलमल विदेशों में खूब ख़रीदा जाता था। देश विदेश की इसी खरीद बिक्री की परम्परा आगे बढ़ते बढ़ते विश्व व्यापार का रूप ले ली है। आज हर देश दूसरे देश को या तो अपना माल बेच रहा है या वहां से कुछ खरीद रहा है। इस बेचने और खरीदने की प्रक्रिया आयात और निर्यात कहलाती है। आज के इस पोस्ट में हम पढ़ेंगे आयात किसे कहते…
गूगल, वेब और इंटरनेट में क्या फर्क है? बहुत सारे लोग सोचते हैं कि गूगल, इंटरनेट और वेब तीनों एक ही चीजें हैं। उन्हें लगता ही चाहे गूगल कह लो, चाहे नेट कह लोग या फिर चाहे बोल लो वेब, बात तो एक ही है। मगर असल में ऐसा नहीं होता है! बोलचाल की भाषा में हम बोलने को चाहे कुछ भी कहें मगर इन तीनों चीजों में जमीन-आसमान का फर्क होता है। तो अगर आप भी उन लोगों में एक हैं जिन्हें लगता है कि गूगल, वेब और नेट तीनों एक ही चीज हैं, तो इस पोस्ट को जरूर पढिए। क्योंकि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप इन तीनों के बीच का अंतर अच्छी तरह ज…
क्या अंतर है दशहरा और विजयादशमी में दशहरा और विजयादशमी दोनों ही हिन्दुओं के बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार हैं। चूँकि दोनों ही त्यौहार एक ही दिन पड़ते हैं अतः कई लोग इन्हें एक ही समझ बैठते हैं। शायद ऐसा इस लिए भी है कि दोनों ही त्यौहार दस दिनों तक मनाये जाते हैं और दसवें दिन इनका समापन होता है और दोनों ही त्यौहार एक ही साथ पड़ते हैं। दशहरा और विजयादशमी भले ही एक साथ पड़ते हैं किन्तु दोनों के मनाने की वजह एकदम अलग अलग है और दोनों के मनाने के तरीके भी अलग अलग हैं। दशहरा क्यों मनाया जाता है दशहरा उत्तर भारत के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण त्योहारों में स…
अदालत की कार्यवाहियों में अकसर समन और वारंट का जिक्र आता है। समन और वारंट दोनों ही हमारे न्यायलय की प्रक्रिया हैं और जरुरत के हिसाब से कोर्ट इनका प्रयोग करती है। सामान्य बोलचाल की भाषा में कई बार लोग इन्हे एक ही समझ लेते हैं और दोनों को ही गिरफ़्तारी का आदेश मान लेते हैं। कई अन्य लोग जो दोनों को अलग अलग समझते हैं पर दोनों में बहुत ज्यादा फर्क नहीं कर पाते। समन और वारंट दोनों ही न्यायलय द्वारा जारी आदेश पत्र होते हैं पर जहाँ समन बुलावा पत्र होता है वहीँ वारंट प्रायः गिरफ़्तारी का आदेश। आईये देखते हैं समन और वारंट में क्या अंतर है समन किसे …
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