आज के इस आर्थिक युग में पैसों के लेनदेन में बैंकों की भूमिका एक धूरी के समान हो गयी है फिर वो चाहे व्यवसाय हो, कामगारों की सैलरी का लेनदेन हो या फिर बचत करने की मंशा हो जहाँ कहीं मुद्रा विनिमय की बात आती है वहां हमें बैंकों की जरुरत महसूस होने लगती है। बैंकों में पैसों के लेनदेन के लिए कई तरह के एकाउंट्स होते हैं जिनमे करंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट मुख्य होते हैं। व्यक्ति अपनी जरुरत के हिसाब से अपना अकाउंट खोलता है किन्तु उसे पता होना चाहिए किस अकाउंट का क्या काम है उससे क्या लाभ है। आईये देखते हैं सेविंग्स और करंट अकाउंट क्या हैं और इनमे क्…
अभी हाल ही में भारत सरकार ने संसद के दोनों सदनों में CAA यानि नागरिकता संशोधन बिल पास करवाया है जिस पर राष्ट्रपति के दस्तखत के बाद से यह क़ानून बन गया है। इस कानून के साथ ही देश भर में NRC की भी चर्चाएं होने लगी और इसकी वजह से कई अफवाहें भी उड़ने लगी। इसका नतीजा यह हुआ कि पुरे भारत में कई जगह हिंसक आंदोलन और विरोध प्रदर्शन होने लगे। इन सब आंदोलनों और प्रदर्शनों की एक मुख्य वजह लोगों में जानकारी का आभाव भी था। अधिसंख्य लोगों को CAA और NRC के बारे में कुछ ज्यादा पता भी नहीं था। कई सारे लोगों को इनमे काफी कन्फ्यूजन था और दोनों को वे एक ही समझते थे…
दोस्तों आज का युग कठिन प्रतियोगिता का युग है। पढाई के उपरांत युवा नौकरियों की तैयारियों में लग जाते हैं। इसके लिए उन्हें कई प्रतियोगी परीक्षाओं और इंटरव्यूज से गुजरना पड़ता है। कई ऐसे नौकरीपेशा वाले युवा भी हैं जिन्हे एक नौकरी छोड़ दूसरी और बेहतर नौकरी की तलाश होती है। ऐसे सभी लोग जो किसी नौकरी की तलाश में होते हैं उनके पास एक पेपर जरूर होता है जिसपर उनके बारे में उनकी योग्यता,अनुभव और स्किल्स के बारे में वर्णन रहता है। इस पेपर को CV या रेज्युमे कहा जाता है। इसी CV या रेज्युमे के आधार पर नियोक्ता उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाने का निर्णय करता है…
प्रतिस्पर्धा के इस दौर में हर कंपनियां अपने ग्राहकों का भरोसा जीतने के लिए अपने उत्पादों को बाजार में उतरने के पहले उसे खूब ठोकबजा कर देख लेती हैं। इसके लिए हर प्रोडक्ट को कई परीक्षणों से गुजरना पड़ता है और जब वे एकदम खरे उतरते हैं तब ही उन्हें बाजार में उतरा जाता है। इन सब के बावजूद निर्माता ग्राहकों का विश्वास जीतने के लिए अपने उत्पादों पर गारंटी या वारंटी देते हैं। इन गारंटी और वारंटी की वजह से ग्राहक प्रोडक्ट के प्रति आस्वस्त होते हैं और निश्चिन्त होकर उस सामान की खरीदारी करते हैं। लेकिन कई बार गारंटी और वारंटी का मतलब नहीं समझने की वजह से…
मार्केटिंग और सेल्स में क्या अंतर है आज के बाज़ारवाद के इस युग में चीज़ों के खरीदने और बेचने की प्रक्रिया में काफी बदलाव ला दिए हैं। अब वस्तुओं को महज बेचना ही पर्याप्त नहीं रह गया है। मार्किट में लम्बे समय तक अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए कंपनियां तरह तरह की रणनीतियां बनाती रहती हैं। इन्ही रणनीतियों में मार्केटिंग और सेल्स जैसे टर्म्स काफी प्रयोग होते हैं। मार्केटिंग और सेल्स चूँकि दोनों का उद्द्येश्य प्रोडक्ट का विक्रय होता है अतः कई बार लोग कन्फ्यूज्ड हो जाते हैं और दोनों को एक ही सन्दर्भ में प्रयोग करने लगते हैं। यद्यपि मार्केटिंग…
दूध को सम्पूर्ण आहार माना जाता है। यह शरीर को ऊर्जा, पोषण और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करता है। यही कारण है दूध प्राचीन काल से ही हमारे भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। मनुष्यों के लिए दूध का मुख्य स्रोत गाय तथा भैंस रहे हैं। दोनों का दूध ऊर्जा से भरपूर, स्वास्थ्यवर्धक और हमारे शरीर के विकास और पोषण के गुणों से युक्त होता है। दोनों यानि गाय और भैंस का दूध हमारी यौनशक्ति वर्धक और बलवर्धक होता है। ऐसे में कई बार यह कन्फ्यूजन होता है कि हमारे लिए गाय का दूध अच्छा है या भैंस का। तो आइये देखते हैं गाय और भैंस के दूध में क्या अंतर है ? गाय …
QR Code क्या है? बार कोड (Bar Code) तथा QR कोड में क्या अंतर है? Difference between QR Code and Bar Code दोस्तों आज के इस डिजिटल युग में अधिकांश काम मशीनों और कंप्यूटर की सहायता से निष्पादित किये जा रहे हैं। इससे न केवल काम तीव्र गति से हो रहे हैं बल्कि त्रुटिहीन भी हो रहे हैं। कंप्यूटर से वस्तुओं के फ़ास्ट लेन देन करने के लिए हर वस्तु पर एक कोड की आवश्यकता होती है। यह कोड प्रायः खड़ी लाइन में या चौकोर खाने के रूप में वस्तुओं और उत्पादों पर छपी रहती हैं। इन्हें बार कोड या QR कोड कहा जाता है। आइये आज हम जानते हैं कि ये बार कोड और QR कोड क्या …
LCD vs LED आज बाज़ार में तरह तरह के टीवी आ गए हैं। पुराने बड़े डब्बे वाले टीवी सेटों के दिन लद गए। आज का टीवी न केवल कम जगह लेता है बल्कि कम विद्युत् की भी खपत करता है और पुराने टीवी के मुकाबले आँखों को कम नुकसान भी पहुंचाता है। आधुनिक टीवी में पिक्चर क्वालिटी भी काफी अच्छी होती है और टीवी देखने का एक्सपेरिएंस अनूठा होता है। इन आधुनिक टीवी में एलसीडी, एलईडी प्लाज्मा टीवी मुख्य हैं। कई बार एलसीडी और एलईडी टीवी दोनों एक लगते है किन्तु दोनों में फर्क होता है। दोनों में फर्क को जानने के पहले आईये देखते हैं एलसीडी और एलईडी टीवी क्या ह…
आज का दौर एलईडी का दौर है। एलईडी बल्बों ने जहाँ एक ओर बिजली की काफी मात्रा में बचत की है वही इन बल्बों ने मानव जाति को रौशनी का एक नया अनुभव भी दिया है। एलईडी बल्बों के पहले सीएफएल बल्बों का दौर था। इन दोनों बल्बों ने पुराने पीले बल्ब को घरो से लगभग हटा ही दिया है। हालाँकि दोनों बल्ब सामान्य बल्बों की तुलना में काफी महंगे हैं पर बिजली की बचत और प्रकाश की गुणवत्ता के दृष्टकोण से देखा जाय तो ये दोनों बल्ब काफी किफायती हैं। आईये देखते हैं दोनों में क्या अंतर है और कौन बेहतर है। CFL और LED बल्ब में क्या अंतर है CFL का फुल फॉर्म होता…
Social Plugin